मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है जिसका असर बुरहानपुर में भी देखने को मिल रहा है जहां जीवन दायिनी मां ताप्ती नदी का जलस्तर और सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है जिसके चलते नदियों में अचानक बाढ़ की स्थिति भी निर्मित हो रही है ऐसी ही एक घटना तब हुई जब स्वास्थ्य कर्मचारी नेपानगर तहसील के ग्राम सिवल बाकड़ी से स्वास्थ्य सेवाएं देकर मुख्यालय की ओर लौट रहे थे तभी अचानक जामुन नाले का जलस्तर बढ़ गया और स्वास्थ्य विभाग का वाहन बाढ़ में फस गया जिसमें चार स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे लेकिन ग्रामीण और पुलिस की सूझबूझ से उन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया गया
अचानक बढ़ा जामुन नाले का जलस्तर
दरअसल स्वास्थ्य विभाग के चार कर्मचारी नेपानगर के ग्राम बाकड़ी में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए गए थे लेकिन तब जामुन नाले का जलस्तर सामान्य था लेकिन कुछ समय बाद जैसे ही वह मुख्यालय की ओर लौट रहे थे और जामुन नाले को पर करने के लिए जैसे ही स्वास्थ्य कर्मचारियों का वहां नाले के बीच पहुंचा ठीक उसी समय अचानक जामुन नाले में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई और स्वास्थ्य विभाग के चार कर्मचारियों की जान आफत में आ गई लेकिन ग्रामीणों ने तत्काल सूझबूझ का परिचय देते हुए पुलिस को इसकी सूचना दी और पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया
ग्रामीणों की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता से स्वास्थ्य कर्मी सुरक्षित
सूचना मिलने पर नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल अपने टीम को लेकर घटना स्थल पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया उन्होंने ग्रामीणों की मदद से रस्सियों के सहारे स्वास्थ्य कर्मियों के वाहन को नाले के तेज बहाव से बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन यह कार्य इतना भी आसान नहीं था क्योंकि जामुन नाले का जलस्तर बढ़ा हुआ था तेज बहाव के चलते रस्सियों के सहारे स्वास्थ्य कर्मियों के चार पहिया वाहन को बाहर निकलना मुश्किल लग रहा था ऐसे समय में स्थिति और भी बिगड़ती चली जा रही थी लेकिन पुलिस और ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिलासा दिया और संयम बनाए रखने की समझाइए और सामूहिक प्रयास से आखिरकार स्वास्थ्य कर्मियों के वहां को बाहर निकाल कर पुलिस और ग्रामीणों ने चार स्वास्थ्य कर्मियों की जान बचाने में सफलता पाई
पक्की सड़क और पुलिया का निर्माण
इस घटना के पीछे ग्रामीणों की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता से ही चार स्वास्थ्य कर्मियों की जिंदगी बच पाई है प्रशासन को चाहिए कि दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में जितने भी छोटी-मोटी नदियां और नाले हैं उन पर पुलिया का निर्माण किया जाए ताकि आगे चलकर किसी की जान आफत में ना पड़े बुरहानपुर के कई दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र के गांव ऐसे ही जहां आज तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क का निर्माण नहीं किया गया है जब कोई बीमार होता है या फिर उसे स्वास्थ्य विभाग में उपचार के लिए ले जाना पड़ता है तो उसे ग्रामीणों द्वारा झोली या फिर खटिया पर डालकर बड़े ही मुश्किलों का सामना कर रोड तक पहुंचाना पड़ता है कई बार खबरों के माध्यम से ऐसी तस्वीरें सामने आई है जो परेशानी अक्सर बारिश के दिनों में ही निर्मित होती है प्रशासन को चाहिए कि यहां पर नदी नालों पर पुलिया और पहुंचने के लिए पक्की सड़क का निर्माण कराया जाए
ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी तो मिलना ही चहिए जिंदगी आसान हो जाए लेकिन कई बार ऐसी तस्वीरें सामने आने के बाद भी जिम्मेदारों में इन घटनाओं से सबक नहीं लिया फिलहाल अब देखना होगा कि जिम्मेदार इस घटना को देखकर नदी नालों पर पुलिया और पक्की सड़क का निर्माण करवा पाते हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा
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