बुरहानपुर शहर के आलमगंज क्षेत्र में हनुमान साइजिंग में अज्ञात कारणों के चलते लगी भीषण आग ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। आग लगने से लाखों रुपए का माल जलकर खाक हो गया। घटना की सूचना मिलते ही गणपति थाना प्रभारी, एसडीएम पल्लवी पौराणिक और नगर निगम कमिश्नर संदीप श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। आग पर काबू पाने के लिए आधा दर्जन से अधिक फायरफाइटर भी घटनास्थल पर पहुंचे।
अतीत से सबक नहीं लिया प्रशासन ने
इस घटना का इतिहास एक साल पहले की आगजनी से जुड़ा हुआ है। तब भी इसी साइजिंग में आग लगने की घटना हुई थी, लेकिन प्रशासन ने इससे कोई सबक नहीं लिया। इसके बावजूद, प्रवासी क्षेत्र से साइजिंग को नहीं हटाया गया। पिछले रात दिवाली का त्योहार था, और एक बार फिर साइजिंग में भयंकर आग लग गई। आग इतनी अधिक थी कि आसपास के मकानों को तुरंत खाली करना पड़ा। कुछ लोगों ने अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए जरूरी सामान निकालकर रिश्तेदारों के पास जाने का निर्णय लिया।
जिला प्रशासन की अनदेखी
आलमगंज क्षेत्र के निवासियों ने पहले ही प्रशासन से साइजिंग को हटाने की मांग की थी, लेकिन उनकी आवाज को अनसुना कर दिया गया। प्रशासन क्या किसी गंभीर दुर्घटना का इंतजार कर रहा है? कल रात की आग ने एक बार फिर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया और बड़ी जनहानि होते-होते रह गई।
आग का विकराल रूप लेने की वजह और जनहानि का खतरा
हनुमान साइजिंग में उच्च मात्रा में केमिकल्स होने के कारण आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। क्षेत्रवासियों की मदद से आग लगने की सूचना पर फायरफाइटर मौके पर पहुंचे, लेकिन अति व्यस्ततम क्षेत्र होने के कारण उन्हें समय पर पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके परिणामस्वरूप लाखों रुपए का माल बचाने में असमर्थ रहे और सब जलकर खाक हो गया।
पूर्व की चेतावनी और प्रशासन की चुप्पी
क्षेत्रवासियों के अनुसार, पिछले साल भी इसी साइजिंग में आग लगने की घटना हुई थी। तब भी उन्होंने प्रशासन को आगाह किया था कि साइजिंग को तुरंत रहवासी क्षेत्र से हटाकर उद्योग नगर में स्थानांतरित किया जाए। लेकिन प्रशासन ने इसे नजरअंदाज किया और फिर से आग लगने से हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि इस बार कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन साइजिंग में रखा लाखों का माल नष्ट हो गया। दो दर्जन से अधिक फायरफाइटर को आग पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अधिकारी की प्रतिक्रिया
एसडीएम पल्लवी पौराणिक ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आग लगने की सूचना मिलते ही नगर निगम, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। वे आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आसपास की बस्तियों को सुरक्षित करने के लिए खाली करवा दिया गया है।
आग पर काबू पाने के बाद ही आगे की स्थिति के बारे में कुछ कहा जा सकता है। जब उनसे रहवासी क्षेत्र से साइजिंग हटाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि पहले आग को नियंत्रित किया जाए, इसके बाद नियमों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नियमों का उल्लेख
प्रवासी क्षेत्रों में इस प्रकार की साइजिंग या अन्य संभावित खतरनाक उद्योगों की स्थापना पर प्रतिबंध होना चाहिए। भारत के औद्योगिक सुरक्षा नियम (Factories Act) और पर्यावरण संरक्षण कानून (Environment Protection Act) के अनुसार, ऐसे उद्योगों को आवासीय क्षेत्रों से दूर स्थापित किया जाना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार के खतरे से निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, स्थानीय निकायों द्वारा क्षेत्र की सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण किए जाने चाहिए।
क्या प्रशासन को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करते हुए साइजिंग को अति व्यस्ततम क्षेत्र से हटाकर उद्योग नगर में शिफ्ट करना चाहिए। नहीं तो इस प्रकार की घटनाओं से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना रहेगा और किसी दिन बड़ी जनहानि हो सकती है। अब यह देखना होगा कि जिला प्रशासन इस घटना से क्या सबक लेता है और हनुमान साइजिंग को यहां से हटाता है या फिर किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में हाथ पर हाथ धरे बैठा रहता है। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
Recent Comments