- महाविद्यालय में आधुनिक रसशाला शुरू।
- योग पाठ्यक्रम और राष्ट्रीय सेमिनार शुरू।
- डिजिटल लाइब्रेरी और ओटी सुविधाएं उपलब्ध।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के Ayurveda College Burhanpur (पं. शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय) को संभागायुक्त दीपक सिंह के मार्गदर्शन में नया रूप दिया गया है। प्रदेश का यह सबसे पुराना आयुर्वेद महाविद्यालय अब आधुनिक सुविधाओं और नए आयामों के साथ छात्रों और मरीजों के लिए और भी ज्यादा उपयोगी बन गया है।
संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक में पं. शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय और चिकित्सालय के विकास और प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त विशाल रसशाला का निर्माण किया जाए। इसके अलावा योग विषय पर नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं और राष्ट्रीय स्तर की योग संस्थाओं के साथ मिलकर बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि आयुर्वेद से जुड़े विषयों पर राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार, वर्कशॉप और कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएं, ताकि अध्ययनरत छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को नवीन अनुसंधान और तकनीकों की जानकारी मिल सके। साथ ही, महाविद्यालय में शोधार्थियों द्वारा किए गए नए शोध को दर्शाने वाली एक स्मारिका का प्रकाशन भी किया जाएगा।
महाविद्यालय में हुई नई व्यवस्थाएं
Ayurveda College Burhanpur अब सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए भी लाभकारी बन गया है। पं. शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय के उप प्रधानाचार्य डॉ. अरविंद कुमार पटेल के मुताबिक, यहां महिलाओं की डिलिवरी के साथ-साथ 14 विभागों में शिक्षा अब राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग के मापदंडों के अनुसार दी जा रही है।
2018 में नए भवन में स्थानांतरण के बाद महाविद्यालय ने कई डिजिटल और आधुनिक सुविधाएं शुरू की हैं:
- डिजिटल लाइब्रेरी और डिजिटल रचना शरीर म्यूजियम
- डिजिटल एक्स-रे और सोनोग्राफी सुविधा
- पंचकर्म और मधुमेह व त्वचा रोग इकाई
- ऑपरेशन थिएटर और फिजियोथेरेपी सुविधा
- औषधि वितरण केंद्र
- विद्यार्थियों के लिए बस व्यवस्था
- आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस
इन सुविधाओं से अब छात्र और मरीज दोनों ही बेहतर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
बैठक में हुई महत्वपूर्ण चर्चाएँ
कार्यकारिणी समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई:
- चिकित्सकीय कार्य और ओ.टी. प्रसव इकाई में आकस्मिक परिस्थितियों में निर्बाध प्रकाश व्यवस्था
- जी3 लिफ्ट स्थापना और एप्रोच रोड पर प्रकाश व्यवस्था
- परिसर में धनवंतरी भगवान की मूर्ति स्थापना
- 20.97 एकड़ भूमि के संरक्षण हेतु तार फेसिंग का कार्य
- सभाकक्ष और प्रतीक्षा कक्ष में रिनोवेशन कार्य
इस बैठक में बुरहानपुर कलेक्टर हर्ष सिंह वीसी के माध्यम से जुड़े, जबकि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया, उप प्रधानाचार्य डॉ. अरविंद कुमार पटेल, डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी अजमेर सिंह गौड़, आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के प्रो. डॉ. सिद्धेश्वर सतुआ सहित अन्य अधिकारी और प्रोफेसर मौजूद रहे।
आयुर्वेद और योग शिक्षा में नया आयाम
संभागायुक्त दीपक सिंह ने यह सुनिश्चित किया कि महाविद्यालय में योग विषय पर न केवल शिक्षा दी जाए, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इससे छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को आयुर्वेद और योग से जुड़ी नई तकनीकियों और अनुसंधानों की जानकारी मिलेगी।
इसके साथ ही आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण के लिए आधुनिक रसशाला का निर्माण महाविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम न केवल छात्रों के लिए शिक्षण को आसान बनाएगा, बल्कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण औषधियां उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा।
आधुनिक आयुर्वेद शिक्षा और सुविधाओं का नया आयाम
Ayurveda College Burhanpur अब आधुनिक सुविधाओं, डिजिटल उपकरणों और राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा एवं अनुसंधान गतिविधियों के साथ छात्रों और मरीजों के लिए एक उदाहरण बन गया है। इस महाविद्यालय में किए गए कायाकल्प से बुरहानपुर और आसपास के इलाके के लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और आयुर्वेदिक शिक्षा का लाभ उठा सकेंगे।