- STF केस के फरार आरोपियों को Police ने दबोचा, कार्रवाई में दिखी बहादुरी
- गिरफ्तारी के दौरान पुलिस जवानों पर हमला, जवान घायल हुए और हंगामा मचा
- शातिर आरोपियों पर पहले से दर्ज कई आर्म्स एक्ट केस, पुलिस कर रही लगातार जांच
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में खकनार पुलिस ने STF भोपाल के आर्म्स एक्ट केस में फरार चल रहे दो शातिर बदमाशों को पकड़ने में सफलता हासिल की। गिरफ्तारी आसान नहीं थी, क्योंकि आरोपियों ने Burhanpur Police टीम पर गाली-गलौज और मारपीट तक कर दी। इसके बावजूद पुलिस ने बहादुरी दिखाते हुए दोनों को दबोच लिया।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के निर्देश पर की गई, जिन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अवैध हथियार तस्करी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
मुखबिर की सूचना और नाकाबंदी
30 अगस्त 2025 को खकनार थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक जाधव को सूचना मिली कि शेरसिंह और सरताज सिकलीगर, दोनों निवासी ग्राम पाचौरी, फरार हैं और डोईफोडिया से खकनार की ओर आने वाले हैं। ये दोनों आरोपी STF भोपाल के आर्म्स एक्ट केस (अप. क्र. 47/22) में लंबे समय से फरार थे।
पुलिस ने तुरंत टीम बनाकर डोईफोडिया में नाकाबंदी की। कुछ देर बाद दो युवक आते दिखे। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम शेरसिंह (23 वर्ष) और सरताज (27 वर्ष) बताया। पुलिस ने जब उनके खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी दी तो दोनों भड़क गए और भागने लगे।
पुलिस पर हमला और गाली-गलौज
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपियों ने Burhanpur Police टीम पर हमला कर दिया। दोनों ने पुलिस कर्मचारियों से गाली-गलौज की और हाथापाई शुरू कर दी। तभी उनके साथी — वीरेन्द्र, समशेर और गुरुचरण (सभी निवासी पाचौरी) वहां आ गए।
इन तीनों ने पुलिस के शासकीय वाहन का रास्ता रोक लिया और चाबी छीन ली। इसके बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करते हुए उन्हें धमकाया। हालात इतने बिगड़ गए कि थाना प्रभारी अभिषेक जाधव और आरक्षक आयुष व सुनिल घायल हो गए। सुनिल की वर्दी भी फट गई।
पुलिस ने नहीं छोड़ी हिम्मत
हालांकि स्थिति कठिन थी, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। टीम ने बहादुरी से जवाब दिया और मुख्य आरोपियों शेरसिंह और सरताज को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उनके तीन साथी मौके से भाग निकले।
इस घटना के बाद थाना खकनार में अपराध क्रमांक 413/2025 धारा 296, 115(2), 132, 121(1), 126(2), 3(5) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
दोनों आरोपियों पर पहले से दर्ज हैं कई केस
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक दोनों आरोपी कुख्यात हैं और उनके खिलाफ कई केस पहले से दर्ज हैं।
सरताज सिकलीगर (निवासी पांचौरी)
- अप. क्र. 287/2020 – आर्म्स एक्ट, थाना खकनार
- अप. क्र. 884/2023 – आर्म्स एक्ट, थाना खकनार
- अप. क्र. 117/2019 – आर्म्स एक्ट, छैगांव माखन, खंडवा
- अप. क्र. 47/2022 – आर्म्स एक्ट, थाना STF भोपाल
- अप. क्र. 375/2025 – आर्म्स एक्ट, थाना रुद्रपुर, उधमसिंह नगर (उत्तराखंड)
शेरसिंह सिकलीगर (निवासी पाचौरी)
- अप. क्र. 09/2023 – आर्म्स एक्ट, थाना खकनार
- अप. क्र. 623/2021 – भादवि की धाराएं 353,147,506, थाना खकनार
- अप. क्र. 88/2019 – आर्म्स एक्ट, थाना भगवानपुरा, खरगोन
- अप. क्र. 309/2021 – आर्म्स एक्ट, थाना निम्बाहेड़ा सदर, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)
- अप. क्र. 47/2022 – आर्म्स एक्ट, थाना STF भोपाल
उत्तराखंड तक फैला नेटवर्क
आरोपी सरताज का आपराधिक नेटवर्क सिर्फ मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है। उत्तराखंड के रुद्रपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान उस पर अवैध हथियार सप्लाई करने का केस दर्ज हुआ था। यह साफ करता है कि दोनों आरोपी बड़े नेटवर्क से जुड़े हैं और लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे।
पुलिस टीम की सराहना
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी अभिषेक जाधव के साथ उनि. रामेश्वर बकोरिया, बी.एल. मंडलोई, किरण ठाकुर, सउनि. मनीष कुमार, तारक अली और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे। आरक्षक अजय अजनारे, सतीश सूर्यवंशी, जितेंद्र पाल, शिवनारायण पाल, विजेंद्र, आयुष और सुनिल ने भी बहादुरी से डटकर मुकाबला किया।
एसपी आशुतोष बागरी ने टीम की सराहना की है और साफ कहा कि जिले में अवैध हथियार तस्करी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नतीजा
खकनार पुलिस की यह कार्रवाई बताती है कि अपराधी चाहे कितने भी शातिर क्यों न हों, क़ानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। STF भोपाल केस में फरार चल रहे शेरसिंह और सरताज की गिरफ्तारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि Burhanpur Police अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने में पीछे नहीं हटेगी।