बुरहानपुर में नेपानगर थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज डकैती मामले का पुलिस ने मात्र 7 दिनों में खुलासा किया है। इस डकैती में शामिल आरोपी रायसेन जिले के गुलगांव निवासी पारदी गैंग से ताल्लुक रखते थे। इस गैंग के मास्टरमाइंड अनिल सपेरा और सोनी मोंगिया बताए गए हैं। पुलिस की मेहनत और समन्वित प्रयासों से यह अपराध सुलझाया गया और आरोपी पकड़ में आए।
घटना का संपूर्ण विवरण
यह घटना 3 नवम्बर 2024 की रात को घटी, जब फरियादी रोनक जैन ने नेपानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि रात करीब 3 बजे 10-11 अज्ञात बदमाश उनके घर में घुस आए और उन्हें मारपीट कर सोने के गहने और करीब 1 लाख 6 हजार रुपये नकद लूटकर फरार हो गए।
तत्पश्चात, पुलिस ने मामला गंभीरता से लिया और जांच में जुट गई। बुरहानपुर पुलिस अधीक्षक और उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने पूरे शहर में सीसीटीवी फुटेज खंगालने का निर्देश दिया। इस दौरान पुलिस ने बुरहानपुर रेलवे स्टेशन से लेकर नेपानगर तक के 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। इससे यह पता चला कि आरोपी मोटरसाइकिल से भागे थे। इसके बाद पुलिस ने विभिन्न स्थानों से चोरी की गई मोटरसाइकिलों को बरामद किया।
जांच में मिली अहम जानकारी
पुलिस की साइबर सेल, फिंगरप्रिंट और डॉग स्क्वाड की टीमों ने मिलकर 100 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ कड़ी मेहनत की। आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस ने रायसेन और विदिशा जिले में दबिश दी। पुलिस की दबिश से आरोपी जंगलों में छिपने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
आरोपियों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि डकैती की योजना नेपानगर और बुरहानपुर के नवरात्रि मेले में बेचे गए गुब्बारे और खिलौने के दौरान बनाई गई थी। यह गैंग पहले से ही इलाके में आकर रेकी कर चुका था और घटना को अंजाम देने की योजना बना चुका था।
आरोपी अजय उर्फ बोलकी, सुजीत, कांजरिया और कालु ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि उन्होंने शराब पीकर रात्रि के समय मोटरसाइकिलों की चोरी की और फिर डकैती के लिए बिल्डिंग मटेरियल व्यापारी के घर पर हमला किया। आरोपी ने घर में घुसकर चौकीदार को बंधक बनाकर मारपीट की और घर के लोगों से सोने के गहने, ब्रेसलेट, चैन, मंगलसूत्र और नगदी लूट ली। फरियादी की चीख पुकार पर आरोपी बाइक पर सवार होकर बुरहानपुर रेलवे स्टेशन की तरफ फरार हो गए।
घटना में शामिल अन्य आरोपी
आरोपियों से पूछताछ के बाद यह भी सामने आया कि डकैती में अन्य कई आरोपी भी शामिल थे, जिनमें अनिल सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू, गनी, धौतरिया, गंगाराम, सोनी मोंगिया और कई अन्य लोग शामिल थे। इन सभी आरोपियों ने घटना के दौरान अपनी भूमिका निभाई और लूटी गई संपत्ति को आपस में बांटा। पुलिस ने इन सभी आरोपियों की पहचान की और जांच के बाद मामले में गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू की।
जप्ती कार्यवाही और बरामदगी
पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से लूटी गई नगदी (13,000 रुपये) और सोने का मंगलसूत्र का एक हिस्सा बरामद किया। इसके अलावा, चोरी की गई चार मोटरसाइकिलों को भी बरामद किया गया, जिनकी कीमत करीब 4.78 लाख रुपये थी।
पुलिस की तत्परता और कड़ी मेहनत
इस मामले में पुलिस की तत्परता और कड़ी मेहनत ने पूरे मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतरसिंह कनेश, एसडीओपी निर्भयसिंह अलावा, और थाना प्रभारी अमित जादौन की टीम ने मिलकर इस घटना का पर्दाफाश किया।
इस जांच में बुरहानपुर पुलिस और उनके साथ काम करने वाली अन्य टीमों ने सामूहिक प्रयास से यह सुनिश्चित किया कि अपराधियों को कड़ी सजा मिले और इलाके में अपराध पर नियंत्रण पाया जा सके।
पूर्व में भी आरोपी रहे हैं संलिप्त
इससे पहले भी आरोपी अजय उर्फ बोलकी और अनिल पारधी अपने साथियों के साथ अशोकनगर और नोएडा में अपराधों में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ पहले भी हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में पुलिस कार्रवाई की जा चुकी है।
बुरहानपुर पुलिस ने 7 दिनों में जिस तरह से यह डकैती केस सुलझाया, वह काबिले तारीफ है। पुलिस की समन्वित कार्यवाही और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटी गई संपत्ति बरामद की गई, जिससे अपराधियों के मनोबल को तोड़ा गया और आम नागरिकों में सुरक्षा का अहसास हुआ।
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