- ट्रम्प ने 100+ देशों पर लगाया भारी टैरिफ, भारत पर 25% टैक्स लागू
- ब्रिटेन, जापान, EU जैसे देश झुके; भारत, चीन, ब्राजील ने किया इनकार
- भारत बोला- किसानों, धार्मिक भावनाओं और MSME के साथ कोई समझौता नहीं
Trump Tariffs: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया! उन्होंने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में ऐलान किया कि वो दुनिया के उन सभी देशों पर भारी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएंगे, जो अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाते हैं। ट्रम्प का दावा था कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था लगातार घाटे में जा रही है और इसे रोकने के लिए यह कदम जरूरी है।
उन्होंने 2 अप्रैल को भारत समेत 69 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 9 अप्रैल से लागू होना था। लेकिन ट्रम्प ने तब इसे टाल दिया और देशों को अमेरिका के साथ समझौता करने के लिए 90 दिनों का वक्त दिया। यह समयसीमा 31 जुलाई को खत्म हुई। उसी दिन ट्रम्प ने अपनी धमकी को अमलीजामा पहनाते हुए 100 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगा दिया!
- जिन देशों ने अमेरिका के साथ समझौता किया, उन पर 10% से 20% टैरिफ लगा।
- जिन देशों ने अमेरिकी शर्तें नहीं मानीं, उन पर 25% से 50% तक का भारी टैरिफ लागू हुआ।
भारत पर भी 25% का टैरिफ लगा है, क्योंकि उसने ट्रम्प की मांगें नहीं मानीं। लेकिन सवाल यह है कि कौन से देश अमेरिकी दबाव के आगे झुके और कौन से देश अड़े रहे? आइए, पूरी कहानी समझते हैं।
5 देश जो अमेरिकी दबाव के आगे झुक गए:
1. ब्रिटेन: बीफ को टैक्स-फ्री बनाकर पाई राहत
- पहले का टैरिफ: 41%
- अब टैरिफ: 10%
- कैसे झुका? ब्रिटेन ने अमेरिका से आने वाली चीजों जैसे बीफ और एथेनॉल पर टैक्स हटा दिया। साथ ही जैतून का तेल, शराब और खेल के सामानों पर टैक्स कम करने का वादा किया।
2. जापान: 100 बोइंग प्लेन खरीदकर खरीदी शांति!
- पहले का टैरिफ: 25%
- अब टैरिफ: 15%
- कैसे झुका? जापान ने बोइंग कंपनी से 100 विमान खरीदने और अमेरिका में 550 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया।
3. यूरोपीय यूनियन (EU): लाखों करोड़ के सौदे से टला संकट
- पहले की धमकी: 30% टैरिफ
- अब टैरिफ: 15% (स्टील, कॉपर, एल्युमिनियम पर 50% जारी)
- कैसे झुका? EU ने अमेरिका से 750 बिलियन डॉलर की एनर्जी खरीदने और 600 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया।
4. साउथ कोरिया: बाजार खोलकर बचाई ईंट
- पहले का टैरिफ: 25%
- अब टैरिफ: 15%
- कैसे झुका? अमेरिका से 100 अरब डॉलर की एनर्जी खरीदने और 350 अरब डॉलर के निवेश का एलान किया।
5. इंडोनेशिया: विमानों के सौदे से मिली छूट
- पहले की धमकी: 32%
- अब टैरिफ: 19%
- कैसे झुका? 99% अमेरिकी सामानों पर टैक्स हटाया और बोइंग से 50 विमान खरीदने का वादा किया।
5 देश जो अमेरिकी दबाव के आगे नहीं झुके:
1. भारत: ‘मांसाहारी गाय के दूध’ पर अड़ा रहा
- पहले की धमकी: 26%
- अब टैरिफ: 25%
- क्यों नहीं झुका? अमेरिका चाहता था कि भारत डेयरी सेक्टर में पूरी एंट्री दे, लेकिन भारत ने धार्मिक भावनाओं और किसानों के हित में इसे ठुकरा दिया।
2. चीन: सरकारी कंपनियों को सब्सिडी नहीं रोकी
- अमेरिका का टैरिफ: 30%
- चीन का जवाबी टैरिफ: 10%
- क्यों नहीं झुका? सरकारी सब्सिडी, टेक्नोलॉजी सेक्टर में नियंत्रण और पेटेंट नियमों पर झुकने को तैयार नहीं हुआ।
3. ब्राजील: सबसे ज्यादा टैरिफ झेल रहा
- अब टैरिफ: 50%
- क्यों नहीं झुका? बोल्सोनारो मामले और व्यापार घाटे की वजह से ट्रम्प नाराज, ब्राजील ने कोई समझौता नहीं किया।
4. कनाडा: फिलिस्तीन समर्थन की कीमत चुकाई
- अब टैरिफ: 35%
- क्यों नहीं झुका? कनाडा ने फिलिस्तीन को देश माना और नशीली दवाओं पर कार्रवाई को लेकर अमेरिका की बात नहीं मानी।
5. दक्षिण अफ्रीका: रूस-चीन से दोस्ती भारी पड़ी
- अब टैरिफ: 30%
- क्यों नहीं झुका? रूस, चीन और ईरान से नजदीकी और अमेरिका के साथ व्यापार घाटे की वजह से टैरिफ बरकरार।
Trump Tariffs से निपटने के लिए देश क्या कर रहे हैं?
- नए बाजारों की तलाश: एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों से व्यापार बढ़ाने पर ज़ोर।
- घरेलू उद्योगों की मदद: एक्सपोर्ट फाइनेंसिंग, सब्सिडी और विशेष पैकेज दिए जा रहे हैं।
- WTO में शिकायत: चीन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और भारत WTO में केस लेकर पहुंचे।
- आपसी सहयोग बढ़ाना: एक-दूसरे के बाजारों को मजबूत करने की रणनीति अपनाई जा रही है।
आगे की राह
डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार को हिला दिया है। कुछ देशों ने समझौता कर टैरिफ कम करवाया, लेकिन भारत जैसे देशों ने राष्ट्रीय हितों और किसानों की रक्षा को प्राथमिकता दी। आने वाले समय में WTO जैसी संस्थाओं पर न्याय मिलने की उम्मीद है या फिर देश नए बाजारों और आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ेंगे। एक बात साफ है — Trump Tariffs ने वैश्विक व्यापार का नक्शा बदलना शुरू कर दिया है।